समुद्र मंथन के दौरान प्राप्त हुए
14 रत्नों में से ये एक रत्न है शंख। सुख-सौभाग्य की वृद्धि के लिए इसे
अपने घर में स्थापित करें। जानिए शंख कितने प्रकार के होते हैं और इनके क्या फायदे होते हैं।
दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मीस्वरूप कहा जाता है। इसके बिना लक्ष्मीजी की आराधना पूरी नहीं मानी जाती है।
* घर में शंख बजाने से नकारात्मक ऊर्जा व अतृप्त आत्माएं निकल जाती हैं।
* दक्षिणावर्ती शंख से पितरों का तर्पण करने से पितरों की शांति होती है।
* शंख से स्फटिक के श्रीयंत्र अभिषेक करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
* शंख में चावल भरकर रखें और लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें, मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है।
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