Thursday, July 2, 2015

पुराणों में श्लोकों की संख्या..


पुराणों में श्लोकों की संख्या--ये स्वयं नारायण के ज्ञानावतार भगवान वेद
व्यास द्वारा रचित है।.

पुराणों में श्लोकों की संख्या :-

1. Brahampuran ब्रह्मपुराण: १४००० - (14000)

2. PadamPuran पद्मपुराण: ५५००० - (55000)

3. VishnuPuran विष्णुपुराण: २३००० - (23000
)
4. Shiv Puran शिवपुराण: २४००० - (24000)

5. Shri Mad Bhagwad Puran श्रीमद्भावतपुराण: १८००० - (18,000 )

6. NaradPuran नारदपुराण: २५००० - (25,000)

7. MarkandyaPuran मार्कण्डेयपुराण: ९०००- ( 9,000)

8. Agni Puran अग्निपुराण: १५००० - (15000)

9. Bhavishya Puran भविष्यपुराण: १४५०० - (14500)

10. BrahmVarvatPuran ब्रह्मवैवर्तपुराण: १८००० - (18,000)

11. LingPuran लिंगपुराण: ११००० - (11000)

12. VarahPuranवाराहपुराण: २४००० - (24000)

13. SakandhPuran स्कन्धपुराण: ८११०० - (81100)

14. VamanPuran वामनपुराण: १०००० - (10,000)

15. KaramPuran कूर्मपुराण: १७००० - (17000)

16. MatasyaPuran मत्सयपुराण: १४००० - (14000)

17. GarurPuran गरुड़पुराण: १९००० - (19000)

18. BrahMandPuran ब्रह्माण्डपुराण: १२०००- (12,000)

इस प्रकार सारे पुराणों के श्लोकों की कुल संख्या लगभग ४०३६००
(चार लाख तीन हजार छः सौ) {403600} है।.

(इसके अलावा (RAMAYAN) रामायण में लगभग २४०००
(24000) एवं (MAHABHART) महाभारत में लगभग ११००००
(110000) श्लोक हैं।).
---प्रत्यंचा सनातन संस्कृति,,,
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क्या ये मानव कृत हो सकते है. नहीं !
ये स्वयं नारायण के ज्ञानावतार भगवान वेद व्यास द्वारा रचित है।.

जयति पुण्य सनातन संस्कृति,,,
जयति पुण्य भूमि भारत,,,

सदा सुमंगल,,,
ॐ नमो नारायणाय
जय भवानी,,,
जय श्री राम.


।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।। ।।जय श्रीकृष्ण।।

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