Wednesday, July 1, 2015

जय हो सनातन धर्म की

वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप के धर्म के लिये 'सनातन धर्म' नाम मिलता है। 'सनातन' का अर्थ है - शाश्वत या 'हमेशा बना रहने वाला', अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त। सनातन धर्म मूलत: भारतीय धर्म है, जो किसी ज़माने में पूरे वृहत्तर भारत (भारतीय उपमहाद्वीप) तक व्याप्त रहा है। विभिन्न कारणों से हुए भारी धर्मान्तरण के बाद भी विश्व के इस क्षेत्र की बहुसंख्यक आबादी इसी धर्म में आस्था रखती है। सिन्धु नद पार के वासियो को ईरानवासी हिन्दू कहते, जो 'स' का उच्चारण 'ह' करते थे। उनकी देखा-देखी अरब हमलावर भी तत्कालीन भारतवासियों को हिन्दू, और उनके धर्म को हिन्दू धर्म कहने लगे। भारत के अपने साहित्य में हिन्दू शब्द कोई १००० वर्ष पूर्व ही मिलता है, उसके पहले नहीं।

🚩🚩🚩 ॐ कार जिसका मूलमंत्र है,
पुनर्जन्म मे जिसकी दृढ
आस्था है, भारत ने जिसका प्रवर्तन
किया है तथा हिंसा की जो निंदा
करता है, वह सनातन हिंदु है।🚩🚩🚩🚩
🚩🚩🚩🚩🚩🚩? श्रीमद्भगवद्ग
गीता विश्व का एकमात्र ग्रंथ
है जिसकी
जयंती मनाई
जाती है। क्योंकि इस महान
ग्रन्थ का जन्म स्वयं भगवान
श्रीकृष्ण के मुख से हुआ
है। 🚩🚩🚩🚩🚩🚩

🚩🚩🚩ॐ 🚩🚩🚩
हिंदुत्व सनातन धर्म के रुप मे
सभी धर्मो का मुलाधार है
क्योंकी सभी
धर्म सिद्धांतो के सार्वभौम आध्यात्मिक
सत्य के सभी पहलु इसमे
समाहीत है। 🚩🚩🚩🚩
गोरे है.. मोटे है पर स्वस्थ है जी,

जीवन मंत्र
१) धीरे बोलिये शांति मिलेगी
२) अहम छोडिये बड़े बनेंगे
३) भक्ति कीजिए मुक्ति मिलेगी
४) विचार कीजिए ज्ञान मिलेगा
५) सेवा कीजिए शक्ति मिलेगी
६) सहन कीजिए देवत्व मिलेगा
७) संतोषी बनिए सुख मिलेगा. "इतना छोटा कद रखिए कि सभी आपके साथ बैठ सकें और इतना बडा मन रखिए कि जब आप खडे हो जाऐं तो कोई बैठा न रह सके"


।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।। ।।जय श्रीकृष्ण।।

No comments:

Post a Comment