तुलसी के पत्तों को चबाना नहीं चाहिए, ये हैं तुलसी से मिलने वाले ढेरों फायदें
अधिकांश
हिंदू घरों में तुलसी का पौधा अनिवार्य रूप से लगाया जाता है। यह एक
परंपरा है और बहुत पुराने समय से चली आ रही है। तुलसी को देवी का रूप माना
जाता है। आयुर्वेद के अनुसार तुलसी के पत्तों का सेवन करने पर कई प्रकार
की बीमारियों की रोकथाम हो जाती है, लेकिन तुलसी के पत्तों का चबाना नहीं
चाहिए, निगल लेना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार यदि घर-आंगन
में तुलसी का पौधा रहता है तो वातावरण पवित्र और सकारात्मक बना रहता है।
घर में तुलसी होने का वैज्ञानिक पक्ष भी है। तुलसी की महक से घर और घर के
आसपास के वातावरण में फैले हुए कई सूक्ष्म हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते
हैं। तुलसी की महक हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। इसी वजह से हर
रोज तुलसी में जल चढ़ाने की परंपरा भी है, ताकि हम कुछ समय तक तुलसी के
पास रहें।
क्यों न चबाएं तुलसी के पत्तों को
तुलसी
के पत्तों का सेवन करते समय ध्यान रखना चाहिए कि इन पत्तों को चबाए नहीं
बल्कि ऐसे ही निगल लेना चाहिए। इस प्रकार तुलसी का सेवन करने से कई रोगों
में लाभ प्राप्त होता है। तुलसी के पत्तों में पारा धातु भी विद्यमान होती
है जो कि पत्तों को चबाने से यह धातु दांतों पर लगती है। यह हमारे दांतों
के लिए फायदेमंद नहीं है। इससे दांत और मुंह से संबंधित रोग का खतरा हो
सकता है। अत: तुलसी के पत्तों को बिना चबाए निगलना चाहिए।
कभी-कभी तुलसी का पौधा कुछ कारणों से सूख जाता है, ऐसे में हमें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
कभी-कभी
कुछ कारणों से तुलसी का पौधा सूख जाता है। सूखे हुए तुलसी के पौधे को घर
में नहीं रखना चाहिए बल्कि इसे किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना
चाहिए।
एक पौधा सूख जाने के बाद तुरंत ही दूसरा तुलसी का
पौधा लगा लेना चाहिए। सूखा हुआ तुलसी का पौधा घर में रखना अशुभ माना जाता
है। इससे विपरीत परिणाम भी प्राप्त हो सकते हैं। घर की बरकत पर बुरा असर
पड़ सकता है। इसी वजह से घर में हमेशा पूरी तरह स्वस्थ तुलसी का पौधा ही
लगाया जाना चाहिए।
बुरी नजर से बचाता है तुलसी का पौधा
ऐसी
मान्यता है कि तुलसी का पौधा घर में होने से घर वालों को बुरी नजर
प्रभावित नहीं कर पाती और अन्य बुराइयां भी घर और घरवालों से दूर ही रहती
हैं।
- तुलसी के पत्ते भोजन को शुद्ध और पवित्र करते हैं।
इसीलिए सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के समय भोजन में तुलसी के पत्ते डालें
जाते हैं।
- शास्त्रों के अनुसार इंसान की मृत्यु के बाद शव
के मुख में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं। इस संबंध में ऐसा माना जाता है
कि इससे मृत व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है।
- तुलसी घर-आंगन में होने से वातावरण शुद्ध और पवित्र बना रहता है। इस पौधे से कई प्रकार के वास्तु दोष भी समाप्त हो जाते हैं।
-
जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां सभी देवी-देवताओं की कृपा बरसती
है। घर-परिवार के सदस्यों की नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।
-
तुलसी के पौधे में प्रतिदिन पानी देने और उसकी कांट-छांट करने, उसका
ध्यान रखने से त्वचा संबंधी कई बीमारियां में लाभ होता है, क्योंकि यह काम
करते समय हम लगातार तुलसी के संपर्क में होते हैं। तुलसी की महक से भी
स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ प्राप्त होते हैं।
- पानी में तुलसी के पत्ते डालकर पीने से पानी एक टॉनिक का काम करता है। इससे कई प्रकार के रोगों में राहत मिलती है।
- तुलसी के पत्ते का नियमित रूप से सेवन करने पर व्यक्ति को कभी भी खून की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
-
शास्त्रों के अनुसार बिना उपयोग तुलसी के पत्ते कभी नहीं तोड़ना चाहिए।
ऐसा करने पर व्यक्ति को दोष लगता है। अनावश्यक रूप से तुलसी के पत्ते
तोड़ना तुलसी को नष्ट करने के समान माना गया है।
दही और चीनी के साथ तुलसी के पत्तों सेवन करें
प्रतिदिन
दही के साथ चीनी और तुलसी के पत्तों का सेवन करना बहुत शुभ माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पत्तों के सेवन से भी देवी-देवताओं की
विशेष कृपा प्राप्त होती है। दही के साथ तुलसी का सेवन करने से कई प्रकार
के आयुर्वेदिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही दिनभर कार्य में मन
लगा रहता है। मानसिक तनाव नहीं रहता और शरीर ऊर्जावान बना रहता है।
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