फटी एड़ियों के लिए रात में सोने से पहले पेट्रोलियम जैली के साथ नारियल तेल की मालिश करें। सुबह गुनगुने पानी से पैर धो लें।
एक गिलास दूध में बिना शकर डाले शहद घोलकर रात को पीने से दुबलापन दूर होकर शरीर सुडौल, पुष्ट व बलशाली बनता है।
मुँह में छाले होने पर नारियल खाना चाहिए। इससे छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।
सोने से पहले चाय व काफी न पियें इससे मस्तिष्क की शिरायें उत्तेजित हो जाती हैं और गहरी नींद में बाधक होती है।
कान का दर्द सताए तो एक चम्मच तिल के तेल में लौंग डालकर इसे गरम कर लें। कान में इस तेल की चार-पाँच बूँद टपकाने से कान का दर्द मिट जाता है।
सिर दर्द होने पर गुनगुने पानी में अदरक व नीबू का रस व थोड़ा सा नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
सरसों के तेल में अजवायन डालकर अच्छी तरह गरम करें। इससे जोड़ों की मालिश करने पर जोड़ों के दर्द में आराम होता है।
मधुमेह – मधुमेह के रोगी जिनके लिए मिठाई, चीनी इत्यादि वर्जित है, सीमित मात्रा में खजूर का इस्तेमाल कर सकते हैं। खजूर में वह अवगुण नहीं है, जो गन्ने वाली चीनी में पाए जाते हैं।
गुलाब के नाम पर न जाने कितनी कविताएं पढ़ी होंगी आपने। गुलाब के रंग-बिरंगे फूल सिर्फ ड्रॉइंगरूम में फूलदान पर ही अच्छे नहीं लगते, बल्कि इसकी पंखुड़ियां भी बड़े काम की हैं। गुलाब जल का इस्तेमाल फेस मास्क में भी होता है और यह खाने को भी लज्जतदार बनाता है। गुलाब विटामिन ए, बी 3, सी, डी और ई से भरपूर है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, जिंक और आयरन की भी मात्र काफी होती है।
1. दो चम्मच धनिया उबालकर सेवन करने से आँव में फौरन लाभ होगा ।
2. प्रात: काल बिना कुछ खाए 5दाने मुनक्का खाने से कब्ज दूर होती है ।
3. लौंग के तेल की दो-तीन बूँदें चीनी या बतासे के साथ लेने से हैजे में फायदा होता है ।
4. एक गिलास गरम पानी में डेढ़ चम्मच शहद गरारे करने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है और आवाज खुल जाती है ।
5. शहद और अदरक का रस एक-एक चम्मच मिलाकर सुबह शाम पीने से जुकाम ठीक हो जाता है ।
6. एरंडी के तेल में कपूर मिलाकर सुबह शाम मसूड़ों पर मलें यह प्रयोग मसूड़ों के लिये अत्यंत लाभकारी है।
7. अमरूद के पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर काढ़ा तैयार कीजिये ।
8. पत्तियों को इतना उबालिये की उनका रस उस पानी में आ जाए और पानी उबले दूध की तरह गाढ़ा हो जाए ।
9. इस काढ़े को बार-बार कुल्ला कीजिये, इससे भयानक से भयानक दांत का दर्द भी दूर हो जायेगा ।
10. हल्दी और दूध गर्म कर उसमें गुड़ मिलाकर पीने से जुकाम, कफ व शरीर दर्द से राहत मिलती है ।
11. जायफल के तेल का फाहा दांत में रखने से दंतक्षय रुक जाता है । और दांत के कीड़े मर जाते है । और दांत की पीड़ा भी शांत होती है ।
12. देसी घी को जरा सा गरम करके उसमें चुटकी भर नमक मिलाकर होंठों पर मलें, होंठों का फटना बंद हो जायेगा ।
13. जहां खटमल दिखाई दें वहां नारंगी का छिलका कुचलकर रख दें खटमल नौ दो ग्यारह हो जाएंगे ।
14. भुने हुये प्याज को पीसकर उसमें जीरे का चूर्ण और मिश्री मिलाकर खाने से लू का प्रकोप नष्ट होता है ।
15. मुख की दुर्गंध तथा छाले दूर करने के लिये अनार की छाल पानी में उबाल कर थोड़ी देर मुंह में रखकर गरारे करें ।
16. खांसी आने पर अरबी की सब्जी खाएं इससे खांसी को तुरंत आराम मिलेगा|
17. तुलसी के पत्तों का रस चीनी में मिलाकर पीने से दिन में दो-तीन बार प्याज खाने या इमली को भिगो कर उसका पानी पीने से लू नहीं लगती ।
18. जले हुये स्थान पर केले का गूदा लगाने से जलन मिटेगी व फफोले नहीं पड़ेगे ।
19. कत्था पानी में घोल कर गाढ़ा- गाढ़ा छालों पर लेप करें या गाय के दूध से बने दही में पका केला मिलाकर खाएं, छाले बिल्कुल ठीक हो जाएंगे ।
20. गन्ने का रस पीलिया रोग में बड़ा लाभ-प्रद है यह पीलिया की जड़ काट देता है ।
21. कपूर के चूर्ण को नारियल तेल में मिलाकर रात को सिर में लगायें सुबह किसी अच्छे शैम्पू से सिर धो ले जुएं मर जाएंगे ।
22. ततैया काटने पर कटे हुये स्थान पर तुरंत मिट्टी का तेल लगाएं, जलन शांत हो जाएगी ।
23. एक चम्मच तुलसह का रस, एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में तीन-चार बार सेवन करने से कफ तथा खांसी में राहत मिलती है ।
जुकाम से नाक बंद हो जाना : ठंड या बारिश के मौसम में जुकाम के कारण नाक बंद हो जाती है। ऐसे मौसम में यह समस्या एक आम बात है। इससे बचाव के लिए अजवाय को भून कर पीस ले। उसे एक सूती कपड़े में बांधकर इनहेलर बना लें। इसे बच्चों को सुघांते रहे इससे निकलने वाली सुगंध नाक को खोलने में मदद करती है।
रात को सोते समय रोज आंवले का चूर्ण शहद या पानी से लेने से पेट साफ रहता है और आंखों से संबंधित रोगों में लाभ मिलता है। सूखे आंवले को शुद्ध घी में तलकर पीस लें, इस चूर्ण का सिर पर लेप करने से नकसीर में लाभ मिलता है।
पपीते के छिलकों को सुखाकर और पीसकर चूर्ण बना लीजिए। इस चूर्ण में ग्लिसीरीन मिलाकर दिन में दो बार फटी हुई एड़ियों में लगाने से बहुत जल्दी फायदा होता है।
भोजन करने से पहले दो या तीन पके टमाटरों को काटकर उसमें पिसी हुई कालीमिर्च, सेंधा नमक एवं हरा धनिया मिलाकर खाएं। इससे चेहरे पर लाली आती है व पौरूष शक्ति बढ़ती है।
पेट में कीड़े होने पर सुबह खाली पेट टमाटर में पिसी हुई कालीमिर्च लगाकर खाने से लाभ होता है।या उसमे हींग का छौंका लगा दीजिये ,अब उसे पी जाइए, सारे कीड़े मर जायेंगे.
बालों को स्वस्थ रखने और उनको बीमारी इत्यादि से बचाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे ना सिर्फ आपके बालों में चमक आएगी बल्कि आपके बाल किसी भी होने वाली बीमारी से भी बच पाएंगे।
त्वचा पर कहीं भी फुंसी उठने पर, काली मिर्च पानी के साथ पत्थर पर घिस कर अनामिका अंगुली से सिर्फ फुंसी पर लगाने से फुंसी बैठ जाती है।
सिरदर्द होने पर दालचीनी को पानी के साथ महीन पीसकर माथे पर पतला लेप कर लगा लीजिए। लेप सूख जाने पर उसे हटा लीजिए। 3-4 लेप लगाने पर सिरदर्द होना बंद हो जाएगा।
चेहरे की झांई- कुछ दिनों तक चेहरे पर मटर के आटे का उबटन मलते रहने से झांई और धब्बे समाप्त हो जाते है।
आंवला का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
सुबह नाश्ते में आंवले का मुरब्बा खाने आपका शरीर स्वस्थ बना रहता है।
टेंशन .....
जब आप घर में हों तो बच्चों के साथ खूब मस्ती करें, उछल-कूद करें, यह क्रिया आपको एनर्जी देगी और मन प्रफुल्लित रखेगी। वैसे भी बच्चों के साथ सारे टेंशन दूर हो जाते हैं।
मुँहासे ......
हल्दी, बेसन का उबटन बनाकर चेहरे पर लगाने से भी मुँहासे दूर होते हैं।
नीम की पत्तियों के चूर्ण में मुलतानी मिट्टी और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें व इसे चेहरे पर लगाएँ।
नीम की जड़ को पीसकर मुँहासों पर लगाने से भी वे ठीक हो जाते हैं।
काली मिट्टी को घिसकर मुँहासों पर लगाने से भी वे नष्ट हो जाते हैं।
।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।। ।।जय श्रीकृष्ण।।
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