सरल शिव मंत्र बनाएंगे सभी बिगड़े काम...

 शिव चतुर्दशी के दिन भगवान शिव की उपासना की जाती है। इस दिन 
सुख-शांति की कामना से शिव का पूजन किया जाता है तथा शिव पर पुष्प चढ़ाने 
तथा शिव के मंत्रों के जप का विशेष भी महत्व माना गया है। 
 शिव चतुर्दशी के दिन भगवान शिव का पूजन करते वक्त निम्न मंत्रों का जप करना चाहिए- 

 * पंचाक्षरी मंत्र- 'ॐ नम: शिवाय'। 1 माला का जप। 
 * समस्त कष्टों से मुक्ति के लिए जपे महामृत्युंजय मंत्र- 
 
 
  
  
   
  

 'ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ 
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् 
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ'। 
 * शिव पंचाक्षर स्तोत्र का जप- 

 नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय।
 नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:।।
 मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय। 
 मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:।।
 शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय। 
 श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:।।
 वषिष्ठ कुभोदव गौतमाय मुनींद्र देवार्चित शेखराय। 
 चंद्रार्क वैश्वानर लोचनाय तस्मै व काराय नम: शिवाय:।।
 यज्ञस्वरूपाय जटाधराय पिनाकस्ताय सनातनाय। 
 दिव्याय देवाय दिगंबराय तस्मै य काराय नम: शिवाय:।।
 पंचाक्षरमिदं पुण्यं य: पठेत शिव सन्निधौ। 
 शिवलोकं वाप्नोति शिवेन सह मोदते।।
 नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय। 
 नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे 'न' काराय नमः शिवायः।।

* इस दिन विधिपूर्वक व्रत रखकर शिव पूजा-स्तोत्रों का पाठ तथा शिवकथा भी पढ़ना लाभदायी रहता है।
 * जीवन में कठिन समस्या आने पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके श्रद्धापूर्वक निम्न मंत्र का 1 लाख जप करना चाहिए।
  
 'ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ॐ'
  
 यह बड़ी से बड़ी समस्या और विघ्न को टाल देता है।
 
 
 
 
 
 
 
 
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