Wednesday, July 15, 2015

स्त्री देवी है क्योंकि..


स्त्री एक शक्ति है अगर ठीक से उस का सम्मान करो उसे प्रेम दो तो तुम को तुम्हारे जीवन को सुख और आनंद से भर देगी परन्तु तुम धोका देते हो किसी और स्त्री के प्रेम में जाकर तुम सम्पूर्ण नहीं हो पाते बस तुम को सेक्स दीखता है प्रे। जिस दिन दिखाई देगा तुम आनंद से भर जाओगे और तुम्हारा प्रेम भी तो सन्तुष्ट नहीं कर पता संसार में 100 में से 80 स्त्रीया सेक्स में प्यासी रह जाती है तो बदलो खुद को सम्पूर्ण बनो और एस प्रेम दो जो स्त्री सन्तुष्ट हो खिल जाए गुलाब जेसी तुम्हारे प्रेम और तुम्हारे सेक्स में बनो ऐसे देवी है स्त्री पूजा ठीक से करना जिस दिन जान गए उस की तुम सम्पूर्ण हो

स्त्री एक ऐसा मित्र है जो तुम को ईश्वर जेसा जीवन दे सकती है यदि तुम उस की भावना और सम्मान करो और सच में ये जान लो तुम जिस के जीवन में स्त्री सुख नहीं वो क्या जीवन जियेगा जेसे बाग़ है पर गुलाब नहीं झील है पर कमल नहीं तो सम्मान के साथ प्रेम को व्यक्त करो कह दो जो दिल में है प्यार अनमोल तोफा है ईश्वर का आनंद लो प्रेम का जी भर के बात करो

जो मनुष्य नारी का सौदा करता है या उसे अपमानित करता है
वो किसी का पुत्र _किसी का पिता _किसी का पति या प्रेमी कहलाने लायक नहीं _ऐसे पुरुष को कभी मुक्ति नहीं मिलती

जब प्यार और जंग में सब जायज है,
तो फिर प्यार में होने वाले चुन्नू-मुन्नू नाजायज कैसे ?

नारी का सम्मान ईश्वर की आराधना है पुरुष ही नारी को दुश्चरित्र कुलटा बनाता है और वही पुरुष नारी को सम्मान देकर प्रेम देकर देवी स्वरुप बना देता है नारी नहीं तो पुरुष का कोई अस्तित्व ही नहीं प्रेमचंद ने कहा है बिन घरनी घर भूतन का डेरा सच इस संसार को रोमांच सौंदर्य प्रेम उपासना से भर देने वाली नारी ही है कलयुग में जो भी कुसंस्कार आ रहे है वह नारी नहीं पुरुष की निकृष्ट सोच का ही परिणाम है 'यत्र पूज्यन्ते नारी तत्र देवता रमन्ते।'


।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।। ।।जय श्रीकृष्ण।।

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