Tuesday, June 16, 2015

संस्कृत की विशेषता।

(1) अक्षरों की क्रमबद्धता से बनती रोचक काव्य पंक्ति।
अंग्रेजी में THE QUICK BROWN FOX JUMPS OVER A LAZY DOG. ऐसा प्रसिद्ध वाक्य है। अंग्रेजी आल्फाबेट के सभी अक्षर उसमें समाहित है। किन्तु कुछ कमी भी है :-1) अंग्रेजी अक्षरें 26 है और यहां जबरन 33 अक्षरों का उपयोग करना पड़ा है। चार O है और A तथा R दो-दो है। 2) अक्षरों का ABCD... यह स्थापित क्रम नहीं दिख रहा। सब अस्तव्यस्त है।
सामर्थ्य की दृष्टि से संस्कृत बहुत ही उच्च कक्षा की है यह अधोलिखित पद्य और उनके भावार्थ से पता चलता है।
क: खगीघाङ्चिच्छौजा झाञ्ज्ञोSटौठीडडण्ढण:।
तथोदधीन् पफर्बाभीर्मयोSरिल्वाशिषां सह।।
अर्थात्- पक्षीओं का प्रेम, शुद्ध बुद्धि का , दुसरे का बल अपहरण करने में पारंगत, शत्रु।संहारको में अग्रणी, मनसे निश्चल तथा निडर और महासागर का सर्जन करनार कौन? राजा मय कि जिसको शत्रुओं के भी आशीर्वाद मिले हैं। "

आप देख सकते हैं कि संस्कृत वर्णमाला के सभी 33 व्यंजनों इस पद्य में आ जाते हैं इतना ही नहीं, उनका क्रम भी योग्य है।
(2) एक ही अक्षरों का अद्भूत अर्थ विस्तार।
माघ कवि ने शिशुपालवधम् महाकाव्य में केवल "भ" और "र " दो ही अक्षरों से एक श्लोक बनाया है।
भूरिभिर्भारिभिर्भीभीराभूभारैरभिरेभिरे।
भेरीरेभिभिरभ्राभैरूभीरूभिरिभैरिभा:।।
अर्थात्- धरा को भी वजन लगे ऐसा वजनदार, वाद्य यंत्र जैसा अवाज निकाल ने वाले और मेघ जैसा काला निडर हाथी ने अपने दुश्मन हाथी पर हमला किया। "

किरातार्जुनीयम् काव्य संग्रह में केवल " न " व्यंजन से अद्भूत श्लोक बनाया है और गजब का कौशल्य का प्रयोग करके भारवि नामक महाकवि ने थोडे में बहुत कहा है:-
न नोननुन्नो नुन्नोनो नाना नाना नना ननु।
नुन्नोSनुन्नो ननुन्नेनो नानेना नन्नुनन्नुनुत्।।
अर्थात् :- जो मनुष्य युद्ध में अपने से दुर्बल मनुष्य के हाथों घायल हुआ है वह सच्चा मनुष्य नहीं है। ऐसे ही अपने से दुर्बल को घायल करता है वो भी मनुष्य नहीं है। घायल मनुष्य का स्वामी यदि घायल न हुआ हो तो ऐसे मनुष्य को घायल नहीं कहते और घायल मनुष्य को घायल करें वो भी मनुष्य नहीं है।।

(3) गुजराती में एक वाक्य के " लीमडी गामे गाडी मली " जो दोनों तरफ से एकसमान है।। ऐसे वाक्यों को अंग्रेजी में PALINDROME कहते हैं। संस्कृत में है ऐसे PALINDROME और कहीं नहीं है। शायद दशलक्ष शब्दों वाली अंग्रेजी का तो इस बाबत ने क्लास नहीं है।
Was it a car or cat I saw?
Race fast, safe car
Ma is a madam, as I am.
Never odd or even.
ऐसे दृष्टांत अंग्रेजी में बहुत ही कम है इतना ही नहीं जो है वह निरर्थक है, कृत्रिम है। मानो प्रयास करके बलात् बनाया ना गया हो!! जैसे Was it car or cat I saw ( मैने कार को देखी या बिल्ली को देखी) इस वाक्य में बिल्ली और कार में कोई संबंध ही नहीं है। दुसरा
Race fast, safe car में भी अर्थ है ही नहीं।
अभिव्यक्ति के बाबत में अद्वितीय संस्कृत में ऐसी मर्यादा नहीं है। दक्षिण से पढो या उत्तर से संस्कृत श्लोक अर्थ पुर्ण होता है। जैसे कि
वारणगगभीरा सा साराभीगगणारवा।
कारितारिवधा सेना नासेधावरितारिका।।
अर्थात् :- यह सेना की जिनके पास पर्वत समान हाथी है उनका सामना करना इतना आसान नहीं है। सेना बहुत बड़ी है और घबराए हुए लोग चिल्ला रहे हैं।

और भी

निशितासिरतोSभीको न्येजतेSमरणा रूचा।
चारूणा रमते जन्ये को भीतो रसिताशिनी।।
अर्थात् :- है अमर अविनाशिओं। हकीकत में तीक्ष्ण तलवारो को प्रिय और निर्भय योद्धा सुंदर रथों का और नरभक्षी राक्षसों के इस संग्राम में डरे हुए मनुष्य की जैसे कदापि कांपता नहीं।
यह श्लोकों संस्कृत के अद्भुत सर्जन है। सूर्यकवि नामक महाविद्वानने 16 वी शताब्दी में रामकृष्णकाव्यम् ऐसा काव्यग्रंथ लिखा है। जो श्रीराम और श्रीकृष्ण की वंदना से प्रारंभ होता है।
तं भूसुतामुक्तिमुदारहासं
वन्दे यतो भव्यभवं दयाश्री:।
श्रीयादवं भव्यभतोयदेवं संहारदारदामुक्तिमुतासुभूतम्।।
इस श्लोक का द्वितीय पद जो प्रथम पद का उलटा है जो पढने से भगवान श्रीकृष्ण के गुणगान वर्णित हुए हैं। आरंभ से अंत तक और अंत से आरंभ तक पुरा श्लोक पलटता है, परन्तु अक्षरों का क्रम नहीं पलटता। मानो या ना मानो, परन्तु सूर्यकवि ने " रामकृष्णकाव्यम् " नामक सम्पूर्ण ग्रंथ ऐसे श्लोक बनाकर ही लिखा है।
कौन सी दुसरी भाषा है जिनमें ऐसा सौंदर्य हो?
क्रमशः --

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