Sunday, July 19, 2015

रावण के अस्तित्व की खोज

सेतुसमुद्रम परियोजना को लेकर पहले ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अस्तित्व को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अब कुछ इतिहासकारों ने रावण के अस्तित्व की ही खोज शुरू कर दी है।

माना जाता है कि मेरठ के बागपत जिले के रावण उर्फ बड़ागाँव लंकाधिपति रावण ने ही स्थापित किया था। राजस्व रिकॉर्ड में भी यह गाँव रावण के नाम से दर्ज है।

रविवार को विजयादशमी के अवसर पर बड़ागाँव के प्राचीन मंशा देवी मंदिर में इतिहासकारों ने एक नई मुहिम की शुरुआत की। इतिहासकारों ने हिमालय से लंका जाने के रावण के मार्ग की खोज के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इससे इस बात को बल मिलता है कि लंका जाते समय लंकाधिपति 'रावण' उर्फ 'बड़ागाँव' से होकर गुजरा होगा।

मंदिर में मौजूद विष्णु की मूर्ति की बनावट वाली एक अन्य मूर्ति उदयगिरी की गुफाओं में भी मिली है। इससे पहले प्रारंभिक सर्वेक्षण में इतिहासकारों को मंशा देवी मंदिर के टीले से महाभारतकालीन चित्रित धूसर मृदभांड़, गुप्तकाल की बड़ी-बड़ी ईंटे, टूटे-फूटे बर्तन आदि मिल चुके हैं। 

।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।। ।।जय श्रीकृष्ण।।

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