Tuesday, June 23, 2015

।। हरे कृष्णा ।। हरे कृष्णा ।। हरे कृष्णा ।। हरे कृष्णा ।।

⚡ जो जीव एक बार श्री कृष्ण के शरणागत हो जाता है, उसको फिर किसी को अपनी गृह दशा और कुंडली दिखाने की आवश्य कता नहीं पड़ती।

⚡ वैसे तो जीव सदा से ही श्री कृष्ण का दास है, पर माया के प्रभाव के कारण अपने स्वरूप को भूल गया है । भगवान तो  सदा हमें याद रखते हैं हमें ही भूल गया है ।


   🔹श्री कृष्ण के शरणागत की ग्रह दशा......

⚡ शरणागत के आगे तो सभी ग्रह  नतमस्तक हो कर खड़े रहते हैं ।चाह कर भी जीव का अनिष्ट नहीं कर सकते क्योंकि .......

⚡ जो मृत्यु के राजा हैं यम, वह यमुना जी के भाई हैं ,और यमुना जी हैं भगवान की  पटरानी ,तो यम हुए भगवान के साले ,तो हमारा क्या बिगाड़ेंगे ।

⚡ सूर्य हैं भगवान के ससुर, और सूर्य पुत्र हैं शनि,तो भगवान के साले हुए ,हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं ।

⚡ चंद्रमा  और लक्ष्मी जी समुद्र से अवतरित हुए ,लक्ष्मी जी भगवान की पत्नी हैं,  और लक्ष्मी जी के भाई चंद्रमा ,तो  वह भी भगवान के साले हुए, तो हमारा क्या बिगाड़ेंगे।

⚡ बुध चंद्रमा के पुत्र हैं,तो वह भी भगवान के साले हुए, हमारा क्या बिगाड़ेंगे।

⚡ ब्रहसपति और शुक्र वैसे ही बड़े सौम्य ग्रह हैं , किसी का अनिष्ट नहीं करते।

⚡ राहु केतु पहले ही आज  तक भगवान के चक्र के पराक्रम को नहीं भूले।

⚡ तो बचे मंगल ग्रह, वह भी रुष्ट हैं कि मेरी हाजिरी नहीं लगी ।तो मंगल हैं सत्यभामा जी के भाई, तो लगे भगवान के साले, तो कैसे अनिष्ट करेंगे हमारा ।

⚡इसलिए श्री कृष्ण के शरणागत को किसी भी ग्रह से डरने की जरूरत नहीं ! चाह कर भी वह हमारा अनिष्ट नहीं कर सकते।

    निर्भय होकर सेवा ओर भगवद नाम लीजिये।

।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।।

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