Tuesday, June 23, 2015

जाने सूर्य पर जल चढाने का राज (वैज्ञानिक तर्क)

धर्म का ज्ञान

अगर सूर्य को जल देने की बात करें तो इसके पीछे छिपा है रंगो का विज्ञान।मानव शरीर में रंगो का  संतुलन बिगड़ने से भी कई रोगों के शिकार होने का खतरा होता है। सुबह के समय सूर्यदेव को जल चढाते समय शरीर पर पड़ने वाले प्रकाश से ये रंग संतुलित हो जाते हैं। (प्रिज़्म के सिद्दांत से) जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ जाती है।इसके आलावा सूर्य नमस्कार की योगमुद्रा होने से एकाग्रता बढ़ती है। मेरुदंड (रीढ़ की हड्डी) की कई बीमारी सही होती हैं।आँखों की कई समस्या दूर होती हैं।सूर्य की रौशनी से मिलने वाला विटामिन D शरीर में पूरा होता है। आपका मुखमंडल ओजस्वी होता है त्वचा के रोग कम होते हैं। प्राकृतिक संतुलन भी बनता है।(यही जल वाष्पीकृत हो कर, वर्षाजल का अमृत बनकर वापस मिलता है)

अपने हिंदु होने पर गर्व महसूस करें।अपनी परम्पराओं में समाहित परा विकसित ज्ञान को समझें और अपनी परम्पराओं का पालन कर धर्म,देश और स्वयम को मजबूत बनायें। धर्म के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करें।

हिंदुत्व हित व् जनहित में प्रसारित।

'हिन्दू पर्व' अक्षय तृतीया की अग्रिम शुभ कामनाएं।आप सभी को गौ-गोपाल का अक्षय आशीर्वाद प्राप्त हो।

।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।।

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