Tuesday, June 23, 2015

हनुमान चालीसा प्राचीन साहित्य की सत्यता

हनुमान चालीसा में एक श्लोक है:-
जुग (युग) सहस्त्र जोजन (योजन) पर भानु |
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ||
अर्थात हनुमानजी ने
एक युग सहस्त्र योजन दूरी पर
स्थित भानु अर्थात सूर्य को
मीठा फल समझ के खा लिया था |

1 युग = 12000 वर्ष
1 सहस्त्र = 1000
1 योजन = 8 मील

युग x सहस्त्र x योजन = पर भानु
12000 x 1000 x 8 मील = 96000000 मील

1 मील = 1.6 किमी
96000000 x 1.6 = 1536000000 किमी

अर्थात हनुमान चालीसा के अनुसार
सूर्य पृथ्वी से 1536000000 किमी की दूरी पर है |
NASA के अनुसार भी सूर्य पृथ्वी से बिलकुल इतनी ही दूरी पर है|

इससे पता चलता है की हमारा पौराणिक साहित्य कितना सटीक एवं वैज्ञानिक है ,
इसके बावजूद इनको बहुत कम महत्व दिया जाता है |jy

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।।जय हिंदुत्व।। ।।जय श्रीराम।। ।।जय महाकाल।।

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